शाही पुल
दिशातारीख मुइमी के अनुसार जौनपुर के इस विख्यात शाही पुल का र्निमाण अकबर के शासनकाल में उनके आदेशानुसार सन् 1564 ई0 में मुनइन खानखाना ने करवाया था। यह भारत में अपने ढंग का अनूठा पुल है और इसकी मुख्य सड़क पृथ्वी तल पर र्निमित है। पुल की चौड़ाई 26 फीट है जिसके दोनो तरफ 2 फीट 3 इंच चौड़ी मुंडेर है। दो ताखों के संधि स्थल पर गुमटियां र्निमित है। पहले इन गुमटियों में दुकाने लगा करती थी। पुल के मध्य में चतुर्भुजाकार चबूतरे पर एक विशाल सिह की मूति है जो अपने अगले दोनो पंजो पर हाथी के पीठ पर सवार है। इसके सामने मस्जिद है। पुल के उत्तर तरफ 10 व दक्षिण तरफ 5 ताखें है, जो अष्ट कोणात्मक स्तम्भों पर थमा है।
फोटो गैलरी
कैसे पहुंचें:
बाय एयर
निकटतम हवाई अड्डा लाल बहादुर शास्त्री बाबापुर, लगभग 50 किमी है|
ट्रेन द्वारा
रेलवे स्टेशनों (जौनपुर सिटी या जौनपुर जं0) पर उतरने के बाद स्थानीय ऑटो / ई-रिक्शा उपलब्ध हैं।
सड़क के द्वारा
यह जौनपुर बस स्टैंड से करीब 2 किमी दूर है। स्थानीय ऑटो / ई-रिक्शा हमेशा उपलब्ध हैं।